हिमाचल टीजीटी भर्ती की शैक्षणिक योग्यता में होगा बदलाव

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हिमाचल टीजीटी भर्ती:  हिमाचल प्रदेश में शिक्षक भर्ती के नियमों में बदलाव होगा। अब एनसीटीई के नियमों के तहत ही हिमाचल प्रदेश शिक्षक भर्तियों के नए नियम लागू होंगे। टीजीटी भर्ती को लेकर नियमों में संशोधन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके तहत शैक्षणिक योग्यता में बदलाव करते हुए अब मास्टर डिग्री में संबंधित विषय में 50 फीसदी अंक लेना अनिवार्य किया जा रहा है। वहीं ग्रेजुएशन में अगर जिस विषय में शिक्षक बनना है वह सब्जेक्ट नहीं पढ़ा है तो मास्टर में पढ़ना अनिवार्य होगा।

हिमाचल टीजीटी भर्ती पूर्व नियम

इससे पहले हिमाचल प्रदेश टीजीटी आर्ट्स मेडिकल, नॉन मेडिकल जैसे विषयों में बीएड व ग्रेजुएशन के आधार पर अभ्यर्थी पात्र हो जाते थे। हालांकि ग्रेजुएशन में संबंधित विषय होना पहले भी अनिवार्य था। इसके अलावा अगर ग्रेजुएशन में अभ्यर्थी ने 50 फीसदी अंक लिए है, तो वो हिमाचल टीजीटी भर्ती में पात्र हो जाते थे। अब राज्य सरकार ने टीजीटी भर्ती नियमों में बदलाव कर दिया है। नए नियमों के तहत जिस विषय में टीजीटी शिक्षक बनना है, उस विषय को ग्रेजुएशन और मास्टर डिग्री में पढ़ना जरूरी हो जाएगा।

हिमाचल टीजीटी भर्ती की शैक्षणिक योग्यता में होगा बदलाव
हिमाचल टीजीटी भर्ती की शैक्षणिक योग्यता में होगा बदलाव

इसके साथ ही संबंधित विषय में 50 फीसदी अंक भी जरूरी है। राज्य सरकार हिमाचल में टीजीटी व जेबीटी शिक्षक भर्ती में एनसीटीई के नियमों को अनिवार्यता के तौर पर लागू कर रही है।
सरकार के आदेशों पर शिक्षा विभाग के अधिकारी आरएंडपी रूल्स को संशोधित करने में जुट चुके हैं। नियम संशोधित होने के बाद ही राज्य चयन आयोग टीजीटी के पदों को विज्ञापित करेगा। अभी
सरकार ने आयोग को आगामी आदेशों तक टीजीटी व जेबीटी भर्ती की प्रक्रिया पर अब रोक लगाने को कहा है।

हिमाचल टीजीटी भर्ती में कमीशन से भरे जाएंगे टीजीटी के 1400 पद

गौर हो कि कमीशन के तहत हिमाचल प्रदेश में टीजीटी के लगभग 1400 पद भरे जाने है। शिक्षकों के इन पदों को भरने के लिए राज्य चयन आयोग को सरकार ने पत्र भी जारी कर दिया था। लेकिन नियमों में हो रहे संशोधन के बाद अब हिमाचल टीजीटी भर्ती में समय लग सकता है, क्योंकि यह मामला कैबिनेट में जाएगा और कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद ही टीजीटी व जेबीटी के नए नियमों को मंजूरी दी जाएगी। गौर हो कि वर्तमान में प्रदेश में टीजीटी भर्ती के लिए बीएड और ग्रेजुएशन में 50 फीसदी अंक जरूरी है। इसी तरह जेबीटी के लिए डीएलएड और ग्रेजुएशन में 50 फीसदी अंक लेना अनिवार्य है।

जेबीटी के 1300 से ज्यादा पदों पर भी रुकी भर्ती

• विभागीय सूत्रों की माने तो हिमाचल प्रदेश चयन आयोग को जेबीटी के लगभग 1300 से ज्यादा पदों पर अभी भर्ती प्रक्रिया रोकने के लिए कहा गया है। आयोग जेबीटी भर्ती के लिए पदों को तभी विज्ञापित करेगा, जब सरकार से नए भर्ती नियमों को मंजूरी मिलेगी। बड़ी बात यह है कि प्रदेश के सरकारी स्कूलों के 5 हजार से ज्यादा पद खाली चल रहे है। वहीं अभ्यर्थी भी कमीशन के इंतजार में बैठे है।

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