Himachal Pradesh Cabinet Expansion
हिमाचल प्रदेश में रविवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ। आज सुबह 10 बजे हिमाचल प्रदेश राजभवन शिमला में शपथ ग्रहण समारोह हुआ। इससे पहले पिछले कल शाम तक दिल्ली में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की कांग्रेस हाईकमान के साथ कई घंटे हुई चर्चा के बाद मंत्रियों के नाम फाइनल किए गए थे ।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा का चुनाव परिणाम आठ दिसंबर को घोषित हुआ था। इसके बाद 11 दिसंबर को सुखविंदर सुक्खू ने मुख्यमंत्री और मुकेश अग्निहोत्री ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण की थी। भटियात के विधायक कुलदीप सिंह पठानिया को धर्मशाला शीतकालीन सत्र के दौरान विधानसभा अध्यक्ष बनाया गया। हिमाचल प्रदेश की सुखविंद्र सुक्खू सरकार में सात विधायक मंत्री बनाए हैं।
हिमाचल के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने सात विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई। सोलन जिले से सम्बन्ध रखने वाले धनीराम शांडिल ने सबसे पहले मंत्री पद की शपथ ली। इसके बाद जवाली से चंद्र कुमार ने दूसरे स्थान पर मंत्री पद की शपथ ली। तीसरे स्थान पर शिलाई से हर्षवर्द्धन चौहान, चौथे स्थान पर किन्नौर जिले से सम्बन्ध रखने वाले जगत सिंह नेगी ने मंत्री पद की शपथ ली।
पांचवें स्थान पर जुब्बल- कोटखाई से रोहित ठाकुर ने मंत्री पद की शपथ ली। शिमला से अनिरुद्ध सिंह ने छठे स्थान पर और विक्रमादित्य सिंह ने सातवें स्थान पर मंत्री शपथ ली। शिमला को पहली ही सूची में तीन मंत्री मिले हैं। मंत्रियों के तीन पद अभी खाली रहेंगे । आइये इन मंत्रियो के बारे में कुछ जानते है
कर्नल धनीराम शांडिल :
- कर्नल धनीराम शांडिल सोलन से विधायक है।
- इनका जन्म 20 अक्टूबर, 1940 में हुआ।
- वे सोलन से चौथी बार विधायक बने।
- दो बार शिमला संसदीय क्षेत्र से सांसद भी रहे।
- वीरभद्र सरकार में मंत्री भी रहे।
चन्द्र कुमार :
- चन्द्र कुमार ज्वाली विधान सभा क्षेत्र से विधायक हैं।
- इनका जन्म 09 मई 1944 को हुआ ।
- 1983 से 2004 तक वे गुलेर विधान सभा क्षेत्र से पांच बार विधायक बने।
- 2004 से 2009 तक कांगड़ा से लोक सभा सदस्य रहे।
- 2022 में चन्द्र कुमार ज्वाली से विधायक चुने ।
हर्षवर्धन चौहान :
- हर्षवर्धन चौहान जिला सिरमौर की शिलाई विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं।
- हर्षवर्धन चौहान का जन्म 14 सितंबर 1964 को नाहन में हुआ था।
- वे शिलाई विधानसभा मे 1993 में पहली बार विधायक बने ।
- उसके बाद 1998, 2003, 2007, 2017 व 2022 चुने गए।
जगत सिंह नेगी :
- जगत सिंह नेगी किन्नौर से विधायक हैं।
- इनका जन्म 02 फरवरी 1957 में हुआ।
- वे 2013 से 2017 तक विधान सभा उपाध्यक्ष भी रहे।
- 2022 में वे एक बार फिर किन्नौर से विधायक चुने गए ।
रोहित ठाकुर :
- रोहित ठाकुर शिमला जिले के जुब्बल कोटखाई विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं।
- इनका जन्म 14 अगस्त 1974 में हुआ।
- वे पहली बार 2021 में विधायक चुने गए थे।
अनिरुद्ध सिंह :
- अनिरुद्ध सिंह कसुंपटी से लगातार तीसरी बार विधायक बने।
- इनका जन्म 27 जनवरी 1977 को हुआ।
विक्रमादित्य सिंह :
- विक्रमादित्य सिंह शिमला ग्रामीण से विधायक है।
- विक्रमादित्य सिंह पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के बेटे हैं।
- विक्रमादित्य का जन्म 17 अक्टूबर 1989 में हुआ।
- विक्रमादित्य सिंह 2017 में पहली बार शिमला ग्रामीण विधान सभा क्षेत्र से विधायक बने।
- दूसरी बार 2022 में फिर से शिमला ग्रामीण विधान सभा क्षेत्र से विधायक बने ।
इससे पहले हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने छह विधायकों को मुख्य संसदीय सचिव और संसदीय सचिवों को शपथ दिलाई। मुख्य संसदीय सचिव बनाने की पहल वीरभद्र सरकार में शुरू हुई थी। जब मंत्रियों को बनाने की सीमा तय हुई थी कि मुख्यमंत्री के अलावा केवल 11 मंत्री ही बनाए जा सकते हैं।
प्रदेश की सुक्खू सरकार में छह मुख्य संसदीय सचिव और संसदीय सचिव बनाए गए हैं। सुंदर सिंह ठाकुर को मुख्मयंत्री ने मुख्य संसदीय सचिव की शपथ दिलाई। सोलन जिले से सम्बन्ध रखने वाले रामकुमार चौधरी व मोहन लाल ब्राक्टा को भी शपथ दिलाई गई। मोहन लाल ब्राक्टा को मुख्य संसदीय सचिव और रामकुमार को संसदीय सचिव की शपथ दिलाई गई। आशीष बुटेल भी मुख्य संसदीय सचिव बनाए गए हैं। उन्होंने भी शपथ ली। किशोरीलाल, संजय अवस्थी को भी मुख्य संसदीय सचिव बनाया गया।
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